सीकर छात्रसंघ चुनाव में लाठीचार्ज मामला
सीकर प्रशासन पर उठते सवाल...
1. कन्या महाविद्यालय में महिला पुलिसकर्मी की तैनाती क्यों नहीं की गई ...पुरुष पुलिसकर्मियों को ही जाब्ते में क्यों लगाया गया?
2. अगर उपद्रव करने वाले छात्र 100 थे तो पुलिस ने घेराबंदी कर लाठी चार्ज क्यों किया 500 पुलिसकर्मियों का जाब्ता व प्रशासन घेरकर गिरफ्तार भी कर सकता था?
3. जब सादा वर्दी में पुलिसकर्मी वीडियो रिकॉर्डिंग कर रहा था उसको लड़की के साथ मारपीट और जिस तरह फोटो में दिख रहा है वस्त्र और शरीर पर अश्लील हरकत क्यों कर रहा था?
1. कन्या महाविद्यालय में महिला पुलिसकर्मी की तैनाती क्यों नहीं की गई ...पुरुष पुलिसकर्मियों को ही जाब्ते में क्यों लगाया गया?
2. अगर उपद्रव करने वाले छात्र 100 थे तो पुलिस ने घेराबंदी कर लाठी चार्ज क्यों किया 500 पुलिसकर्मियों का जाब्ता व प्रशासन घेरकर गिरफ्तार भी कर सकता था?
3. जब सादा वर्दी में पुलिसकर्मी वीडियो रिकॉर्डिंग कर रहा था उसको लड़की के साथ मारपीट और जिस तरह फोटो में दिख रहा है वस्त्र और शरीर पर अश्लील हरकत क्यों कर रहा था?
4. जब उपद्रवी छात्र कर रहे थे तो वयोवृद्ध राजनेताओं के साथ लाठीचार्ज और मारपीट क्यों की गई?
5. जब प्रशासन को लग रहा था यहां पर कन्या महाविद्यालय में उपद्रव हो सकता है तो अतिरिक्त जाब्ता क्यों नहीं बुलाया?
5. जब प्रशासन को लग रहा था यहां पर कन्या महाविद्यालय में उपद्रव हो सकता है तो अतिरिक्त जाब्ता क्यों नहीं बुलाया?
और भी काफी सवाल है जो सीकर प्रशासन के दमनकारी नीतियों पर आंख खोलने पर मजबूर कर देते हैं क्या अब लोकतंत्र में आवाज उठाना भी एक आतंकवादी बनाने जैसा है क्या कोई गरीब और छात्र अपनी मांग नहीं कर सकता
अगर मान रखता है इन्हें दमनकारी नीतियों के द्वारा प्रशासन द्वारा दबाना कितना उचित है?
अगर मान रखता है इन्हें दमनकारी नीतियों के द्वारा प्रशासन द्वारा दबाना कितना उचित है?